Thursday, November 21, 2024
Google search engine
Homeन्यूज़अन्यउत्तराखंड के सहस्त्रताल में ट्रैकिंग के दौरान 9 पर्वतारोहियों की मौत

उत्तराखंड के सहस्त्रताल में ट्रैकिंग के दौरान 9 पर्वतारोहियों की मौत

अचानक मौसम बिगड़ने और बर्फबारी से हुई घटना

देहरादून: Uttarakhand Sahastra Tal trekking tragedy. उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के सहस्त्रताल में ट्रैकिंग के दौरान 22 ट्रैकर्स में से 9 की मौत हो गई है। इनमें से 5 के शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि 4 के शव खराब मौसम के कारण रेस्क्यू नहीं हो सके हैं। सभी मृतक महाराष्ट्र और कर्नाटक के निवासी हैं। एसडीआरएफ ने बाकी लोगों को एयरलिफ्ट कर देहरादून और भटवाड़ी के अस्पतालों में भर्ती कराया है।Uttarakhand trekking tragedy

ट्रैकिंग अभियान का विवरण

30 मई को एक 22 सदस्यीय दल उत्तरकाशी के मल्ला-सिल्ला से कुश कुल्याण बुग्याल होते हुए सहस्त्रताल की ट्रैकिंग के लिए निकला था। ट्रैकिंग टीम में कर्नाटक के 18, महाराष्ट्र का एक और 3 स्थानीय गाइड शामिल थे। 2 जून को यह दल सहस्त्रताल के कोखली टॉप बेस कैंप पहुंचा और 3 जून को सहस्त्रताल के लिए रवाना हुआ। अचानक मौसम खराब होने, घने कोहरे और बर्फबारी के बीच ट्रैकर्स फंस गए। पूरी रात ठंड में बिताने के बाद, एक ट्रैकर ने गढ़वाल माउंटनेरिंग एवं ट्रैकिंग एजेंसी के मालिक को सूचित किया कि ठंड से 4 ट्रैकर्स की मौत हो गई है, 7 की तबीयत खराब है और 11 फंसे हुए हैं। Uttarakhand trekking tragedy

रेस्क्यू अभियान

उत्तरकाशी जिला प्रशासन ने एसडीआरएफ की मदद से रेस्क्यू अभियान चलाया। एसडीआरएफ सेनानायक मणिकांत मिश्रा के अनुसार, दो हाई एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीमों को 5 जून की सुबह रेस्क्यू के लिए रवाना किया गया। अब तक 11 ट्रैकर्स को हेलिकॉप्टर के माध्यम से सुरक्षित निकाला गया है। 2 ट्रैकर्स नजदीकी बेस कैंप में सुरक्षित थे और वे सिल्ला गांव के लिए पैदल निकल चुके हैं। घटनास्थल से 5 शव भी निकाले जा चुके हैं। बचे हुए ट्रैकर्स ने बताया कि लापता 4 लोगों की भी मौत हो चुकी है। पर एसडीआरएफ शव मिलने के बाद ही इसकी पुष्टि करेगा। बुधवार दोपहर बाद इस उच्च हिमालयी क्षेत्र में मौसम खराब होने के कारण हेलिकॉप्टर रेस्क्यू में कठिनाइयाँ आ रही हैं, जिससे जमीनी रेस्क्यू टीमों को घटनास्थल की ओर भेजा गया है।

दूसरा बड़ा हादसा

सहस्त्रताल, उत्तरकाशी-टिहरी जनपद की सीमा पर लगभग 14,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह हादसा वर्ष 2022 में निम के द्रौपदी का डांडा हिमस्खलन हादसे के बाद दूसरा बड़ा हादसा है, जिसमें 28 पर्वतारोहियों की मौत हुई थी और एक व्यक्ति अभी भी लापता है। Uttarakhand Sahastra Tal trekking tragedy

Join us WhatsApp  Facebook and X

RELATED ARTICLES

Most Popular