देहरादून: लोकसभा का चुनाव निपटने के साथी उत्तराखंड की जनता को महंगाई का बड़ा झटका लगने जा रहा। धामी सरकार ने प्रदेश में बिजली के दामों में 8 से 11 प्रतिशत तक बढ़ोतरी करने जा रही है। नई दरें अगले महीने से लागू ही जाएंगी। कुछ महीने पहले भी बिजली दरें 9 फीसदी बढ़ाई गई थी। इससे पहले ही परेशान आम आदमी की मुशकिलें और बढ़ेंगी।
क्यों, अमेरिका के युवा देश की सेना में भर्ती नहीं हो रहे
यूपीसीएल ने 23 से 27 प्रतिशत बढ़ोतरी मांग की थी। जिसके सापेक्ष नियामक आयोग उपभोक्ताओं की जरूरत के हिसाब से अपना फैसला लेगा। इस साल यूपीसीएल ने बिजली खरीद पर सालाना 1281 करोड़ का हवाला देते हुए मांग की थी कि बिजली की दरों में 23-27 फीसदी की बढ़ोतरी की जाए। लोकसभा चुनाव से पहले बिजली के दाम बढ़ाना ठीक नहीं था। इसलिए अब चुनाव निपटते ही सरकार महंगी बिजली का झटका देने की तैयारी में है।
जिन कंपनियों ने कोरोना टीके का ठेका मिला उन्होंने करोड़ों का चंदा दिया
फिक्स चार्ज भी बढ़ेगा
आयोग आठ से 11 प्रतिशत तक बिजली दरों में बढ़ोतरी कर सकता है। इसके अलावा फिक्स चार्ज पर भी आयोग फैसला ले सकता है। अगले महीने से पहले नई बिजली दरें घोषित होने की संभावना है। पिछले साल ही उत्तराखंड में बिजली दरें 9.64 प्रतिशत की बढ़ाई गई थी। mpact of rising prices on electricity in Uttarakhand