दिल्ली: Indian immigrants in us अमेरिका में अवैध दस्तावेजों के साथ रह रहे भारतीयों पर प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। हाल ही में 20 हजार भारतीयों की पहचान की गई है, जिन पर जल्द ही निर्वासन का आदेश जारी किया जाएगा। इनमें से 2363 भारतीयों को डिटेंशन सेंटर में रखा गया है, जबकि कई को ट्रैकिंग डिवाइस पहनाए गए हैं ताकि उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा सके।
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डिपोर्ट किए गए एक व्यक्ति, हरप्रीत ने बताया कि उन्होंने अमेरिका पहुंचने के लिए 58 दिनों तक खतरनाक हालात झेले। उन्होंने यह भी कहा कि लोगों को “डंकी” (अवैध रूप से सीमा पार करने) का प्रयास नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह जीवन को नर्क बना सकता है। indian immigrants in us
अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीयों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। इनमें ज्यादातर लोग पंजाब, हरियाणा और गुजरात के हैं, जो बेहतर जीवन की तलाश में अपना सब कुछ दांव पर लगाकर विदेश जाते हैं। परंतु, कड़े कानून और सीमा पर बढ़ी निगरानी ने उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं।
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रिपोर्ट के अनुसार, ट्रैकिंग डिवाइस से लैस लोगों को उनकी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए मजबूर किया गया है। वहीं, डिटेंशन सेंटर में रह रहे लोग खराब स्थितियों का सामना कर रहे हैं। इसके अलावा, अमेरिका में रोजगार संबंधी सख्ती और बढ़ते दबाव के चलते कई भारतीय अपनी नौकरियां छोड़ने को मजबूर हुए हैं। indian immigrants in us
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इस बीच, इजरायली सेना ने अमेरिका के कुछ गाजा पट्टी इलाकों में रहने वाले लोगों की मदद करने का प्रस्ताव रखा है। उधर, भारत सरकार ने अमेरिका से बातचीत कर डिटेंशन में फंसे भारतीयों को राहत देने की अपील की है।
यह घटनाक्रम यह बताता है कि अवैध प्रवास का जोखिम कितना खतरनाक हो सकता है। विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि युवा अपने देश में अवसर तलाशें और सुरक्षित व कानूनी तरीकों से विदेश यात्रा करें।