Delhi: 3000 मीटर स्टीपलचेज फाइनल में पहुंचने वाले अविनाश साबले Avinash Sable पहले भारतीय एथलीट बने. नेशनल रिकॉर्ड होल्डर साबले ने दूसरी हीट में 8:15.43 मिनट समय के साथ क्वालीफाई किया.
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29 वर्षीय साबले ने रेस की अच्छी शुरुआत की और पहले 1000 मीटर के बाद शीर्ष पर रहे. लेकिन इसके बाद केन्या के अब्राहम किबिवोट ने बढ़त बना ली और साबले खिसककर चौथे स्थान पर आ गए. उसके बाद साबले पांचवें स्थान पर खिसक गए, लेकिन उन्होंने छठे स्थान पर रहे अमेरिका के मैथ्यू विल्किनसन पर बड़ी बढ़त बनाने के कारण आखिर में ज्यादा जोर नहीं लगाया.
साल 2015 में दौड़ को एक खेल के रूप में अपनाने के बाद साबले का करियर बेहद शानदार रहा है. कुछ साल पहले ट्रैक पर उतरने के बाद Avinash Sable ने इस पीढ़ी के भारत के प्रमुख लंबी दूरी के धावक के रूप में खुद को तेजी से स्थापित किया है. अविनाश साबले का जन्म 13 सितंबर 1994 को महाराष्ट्र के बीड जिले के मांडवा गांव में हुआ था. अविनाश मुकुंद साबले एक साधारण परिवार में पले-बढे.
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ओलंपिक की वेबसाइट के अनुसार उनके माता-पिता किसान हैं और सार्वजनिक परिवहन की सुविधा उपलब्ध नहीं होने के कारण उन्हें अपने स्कूल जाने के लिए हर दिन छह किलोमीटर दौड़ना पड़ता था. अविनाश साबले ने कभी भी बड़े होकर किसी भी खेल को अपना करियर बनाने के बारे में नहीं सोचा था और अपने परिवार की मदद करने के लिए सेना में शामिल होने का मन बना लिया था. लेकिन आज वो पेरिस ओलंपिक में भारत का नाम रोशन कर रहे हैं.