देहरादून: Kailash Mansarovar Yatra 2024 कैलाश मानसरोवर पर्वत के दर्शन की इच्छा रखने वाले भारतीय भक्तों के लिए अगले दस दिनों में यात्रा शुरू होने जा रही है। श्रद्धालु पिथौरागढ़ के ओल्ड लिपुलेख पास Lipulekh Pass से कैलाश पर्वत के दर्शन करेंगे। सरकार ने इस यात्रा का जिम्मा कुमाऊं मंडल विकास निगम को सौंपा है, जो पूरी तैयारी कर चुका है। सड़क मार्ग अवरुद्ध होने के कारण भक्तों को सेना के MI-17 हेलीकॉप्टर से Gunji तक पहुंचाया जाएगा। Pilgrimage via Lipulekh Pass
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KMVN ने गूंजी के ग्रामीण होम स्टे से अनुबंध किया है, जहां यात्री ठहरेंगे। फोर-बाई-फोर वाहन भी बुक किए गए हैं। श्रद्धालुओं को केएमवीएन वाहनों से नाभीढांग लाया जाएगा, जहां से ऊं पर्वत का दृश्य मिलेगा। नाभीढांग से सेना और आईटीबीपी की निगरानी में श्रद्धालु ओल्ड लिपुलेख पास के व्यू प्वाइंट तक जाएंगे। यहाँ से कैलाश मानसरोवर पर्वत के दर्शन होंगे, लेकिन श्रद्धालुओं को दो बजे से पहले दर्शन कर लेने होंगे। Kailash Mansarovar Yatra 2024
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75 हजार रूपए किराया प्रस्तावित
KMVN को पहले दिन हेलीकॉप्टर से गूंजी लाया जाएगा। दूसरे दिन, श्रद्धालुओं को आदि कैलाश पर्वत के दर्शन कराए जाएंगे। तीसरे दिन, गूंजी से श्रद्धालु ओम पर्वत और फिर कैलाश व्यू प्वाइंट की यात्रा करेंगे और वापस लौटेंगे। चौथे दिन, श्रद्धालुओं को गूंजी से हेलीकॉप्टर के जरिए पिथौरागढ़ वापस लाया जाएगा। इस पूरे यात्रा पैकेज की कीमत 75,000 रुपये है। Helicopter pilgrimage
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इस यात्रा काे करवाने के लिए सेना द्वारा प्रयोग होने वाले एमआई-17 हेलीकॉप्टर का ही इस्तेमाल किया जाएगा। यह निर्णय सुरक्षा की दृष्टिगत लिया गया है। एक दल में 15 यात्री ही भेजे जाएंगे। ऊंचाई व स्वास्थ्य कारणों को देखते हुए तय किया गया है कि केवल 55 साल की उम्र तक वाले लोगों को ही यात्रा की अनुमति दी जाएगी। हर यात्री को लिपुलेख पास तक जाने का स्पेशल परमिट और स्वास्थ्य जांच धारचूला से करवानी होगी। Kailash Mansarovar Yatra 2024
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एमआई-17 हेलीकॉप्टर से होगी यात्रा
चीन ने भारतीय श्रद्धालुओं को कैलाश मानसरोवर दर्शन के लिए वीजा पर करीब छह साल से रोक लगा रखी है। इसलिए भारतीय श्रद्धालु कैलाश दर्शन नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में भारत सरकार ने उत्तराखंड के ओल्ड लिपुलेख दर्रे से भारतीय श्रद्धालुओं के लिए कैलाश पर्वत दर्शन की योजना तैयार की है। ओल्ड लिपुलेख दर्रे भारत, नेपाल व चीन की सीमा के त्रिकोण के बेहद नजदीक है। Om Parvat view