Thursday, November 21, 2024
Google search engine
Homeन्यूज़अंतर्राष्ट्रीयचीन में हुई नई खोज, भारत की चिंता बढ़ी

चीन में हुई नई खोज, भारत की चिंता बढ़ी

नई दिल्ली, एजेंसी: China news चीन में हुई एक नई खोज ने भारत की चिंता बढ़ा दी है। चीन, रूस ने मिलकर हैक न होने वाली quantum communications system की खोज की है। यह 4000 किलोमीटर दूर तक संवाद में सक्षम है। चीन ने अपने  Mozi satellite के जरिए इस उपलब्धी को हासिल किया। जिसका उद्देश्य हैकिंग से मुक्त कम्युनिकेशन सिस्टम विकसित करना है। टैक्नलॉजी के क्षेत्र में यह चीन की एक और बड़ी उपलब्धी है। China news

पढ़ें। भारत में आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस कर रहा कैंसर की पहचान

रूस के राष्ट्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय और रूसी क्वांटम केंद्र (RQC) के सदस्य अलेक्सी फेडोरोव ने दिसंबर में इस परियोजना का खुलासा किया था। क्वांटम टैक्नलॉजी में भारत की मजबूत स्थिति को देखते हुए भारत को भी पिछले वर्ष जुलाई में इस परियोजना में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था। China news( जब ब्राजील-रूस-इंडिया-चीन (BRICS) समूह की एक बैठक हुई थी। रिपोर्ट के अनुसार नई दिल्ली को इस परियोजना में शामिल करने का प्रस्ताव भारत से इन्कार कर दिया है। भारत इस परियोजना को खुद के लिए खतरा मानता है। इसलिए वह अन्य देशों के साथ मिलकर क्वांटम कम्युनिकेशन तकनीक विकसित करना चाहता है। quantum communications system

पढ़ें: हर भारतीय परिवार में क्यों कम हो जाएंगे 25 रिस्तेदार

इस प्रयोग में चीन के Mozi उपग्रह की सहायता से मॉस्को और चीन के शिंजियांग क्षेत्र को पहली बार आपस में जोड़ा गया है। इस योजना के लिए चीन ने 2016 में क्वांटम कम्युनिकेशन रिसर्च की शुरूआत की थी। यह सिस्टम क्वाटंग कंप्यूटिंग व सुपर कंप्यूटर्स के जरिए तैयार किया गया है। जो पूरी तरह से एनक्रप्टिेड भाषा में संवाद करता है। पारंपरिक कम्युनिकेशन की टैक्नलॉजी में हैकिंग का खतरा काफी अधिक रहता है। optical fiber केबल का इस्तेमाल लंबी दूरीयों के लिए अब भी सीमित है।China’s new achievement

रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन ने पिछले साल मॉस्को में फ्यूचर टेक्नोलॉजीज फोरम में कहा था कि उन्होंने क्वांटम टेक्नोलॉजी को अर्थव्यवस्था और डिजिटल बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण भूमिका देने की योजना बनाई है। ब्रिक्स देशों ब्राजील, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के साथ भविष्य की प्रौद्योगिकियों को आगे बढ़ाना पर भी बात होगी। पर इस परियोजना के लिए आधुनिक उपग्रहों की जरूरत होगी। इन उपग्रहों को तैयार करने के लिए रूस को भारत की जरूरत है। China’s new achievement

RELATED ARTICLES

Most Popular