Dehradun: उत्तराखंड के चमोली जिले में श्री बद्रीनाथ धाम के पास माणा गाँव में शुक्रवार को अचानक आए हिमस्खलन (एवलांच) ने तबाही मचा दी। बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइज़ेशन (BRO) के 57 श्रमिक इस आपदा की चपेट में आ गए, जिनमें से अब तक 15 को सुरक्षित निकाला गया है, जबकि 42 अभी भी लापता हैं।
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घटना की सूचना मिलते ही SDRF कमांडेंट के निर्देशानुसार जोशीमठ से SI देवीदत्त बर्थवाल के नेतृत्व में एक टीम मौके के लिए रवाना की गई। वहीं, सहस्रधारा, देहरादून और गौचर में हाई-एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीमों को अलर्ट पर रखा गया है।
हेलीकॉप्टर ऑपरेशन की तैयारी
लामबगड़ में सड़क अवरुद्ध होने के कारण सेना को भी राहत कार्य में लगाया गया है। SDRF की ड्रोन टीम को भी स्टैंडबाय पर रखा गया है, लेकिन भारी बर्फबारी के चलते फिलहाल ड्रोन ऑपरेशन संभव नहीं हो सका है। मौसम में सुधार होते ही हाई-एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीम को हेलीकॉप्टर से उतारने की योजना है।
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अब तक 5 और निकाले गए
रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत अब तक 5 और श्रमिकों को निकाला गया है, जिनमें से 3 घायल हैं और उन्हें सेना अस्पताल, माणा में भर्ती कराया गया है, जबकि 2 सामान्य स्थिति में हैं।
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
पुलिस महानिरीक्षक, SDRF, श्रीमती रिधिम अग्रवाल ने बताया कि सेना, BRO और जिला प्रशासन के साथ मिलकर बचाव अभियान को तेज किया गया है। सभी प्रभावितों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं।
📍 अब तक का अपडेट:
- कुल श्रमिक: 57
- सुरक्षित निकाले गए: 15
- लापता: 42
- घायल: 3 (अस्पताल में भर्ती)