देहरादून: vibrant village केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने उत्तराखंड के दो सीमांत गांवों, हर्षिल (उत्तरकाशी) और गूंजी (पिथौरागढ़), को वाइब्रेंट विलेज पुरस्कार से सम्मानित किया है। ये दोनों गांव अपनी प्राचीन तिब्बत व्यापारिक मार्ग पर स्थित होने और अद्वितीय सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध हैं। गूंजी गांव आदि कैलाश और कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग पर स्थित एक ऐतिहासिक स्थल है, जहां के निवासी सदियों से तिब्बत से व्यापार करते रहे हैं। वहीं, हर्षिल गांव अपने रसीले सेबों और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है और यह गंगोत्री धाम के यात्रा मार्ग पर बसा है।
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उत्तराखंड के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने बताया कि इन गांवों को उनकी सांस्कृतिक और प्राकृतिक संपदा के संरक्षण, सामुदायिक जीवनशैली और पर्यावरणीय स्थिरता के लिए वाइब्रेंट विलेज पुरस्कार से नवाजा गया है। इसके साथ ही, उत्तरकाशी के जखोल गांव को साहसिक पर्यटन और नैनीताल के सूपी गांव को कृषि पर्यटन ग्राम पुरस्कार मिला है। vibrant village
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इस वर्ष उत्तराखंड के चार गांवों को इन पुरस्कारों के लिए चुना गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसे राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताते हुए हर्ष जताया और गांववासियों की सराहना की। अंतरराष्ट्रीय पर्यटन दिवस पर 27 सितंबर को दिल्ली में यह पुरस्कार वितरित किए जाएंगे। vibrant village
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