देहरादून: Kedarnath News पिछले महीने 31 जुलाई को केदारनाथ के पैदल मार्ग पर बादल फटने से भारी तबाही हुई थी। केदारनाथ पैदल मार्ग के साथ ही सड़क मार्ग का बड़ा हिस्सा बह गया था। प्रशासन ने अलग अलग इलाकों से सात शव बरामद किए थे। पर इसके बाद से 20 लोगों के लापता होने की रिपोर्ट पुलिस के पास दर्ज हो चुकी है। जिनका आज तक भी पता नहीं चल पाया है। लापता श्रद्धालुओं में सभी यूपी, राजस्थान, दिल्ली, एमपी आदि राज्यों के हैं। आपदा की रात यह लोग केदारनाथ के पैदल मार्ग से सोनप्रयाग के बीच ही थे। Kedarnath apda
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31 जुलाई को Kedarnath यात्रा में आई आपदा में कई लोग लापता हो गए। पुलिस की टीमें खोजबीन कर रही हैं। 5 अगस्त तक 4 शव बरामद हुए, जबकि 23 लोगों की गुमशुदगी दर्ज कराई गई। इनमें से 3 शव पहचान लिए गए हैं, लेकिन 20 लोग अभी भी लापता हैं। उनके परिजन पुलिस से जानकारी मांग रहे हैं, लेकिन कोई ठोस जवाब नहीं मिल रहा।
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सोनप्रयाग कोतवाली प्रभारी देवेंद्र असवाल ने बताया कि आपदा के बाद से 20 लोग अब भी लापता चल रहे हैं। इनकी खोजबीन की जा रही है पर अब तक उनका कुछ पता नहीं चल सका है। एक शव श्रीनगर के समीप मिला है जिनकी डीएनए सैंपल रखवाए गए हैं। phyoli.com
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उत्तराखंड में इस साल प्राकृतिक आपदा ने गंभीर स्थिति उत्पन्न कर दी है। राज्य आपदा परिचालन केंद्र के अनुसार, 15 जून के बाद से कुल 1,531 मकानों को नुकसान हुआ है। टिहरी जिले में सबसे अधिक 66 मकान पूरी तरह से ध्वस्त हुए हैं। राज्य में 100 से अधिक राष्ट्रीय राजमार्ग , बार्डर रोड और ग्रामीण मोटर मार्ग बंद चल रहे हैं। इसके अलावा प्रदेश में 62 लोगों की मौत प्राकृतिक आपदाओं मे इस साल हो चुकी है। Uttarakhand tourism
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