Thursday, November 21, 2024
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चीन बॉर्डर पर भारत ने नया गांव बसाया, अब टूरिस्टों के लिए भी खोला

देहरादून: Jadhang village Uttarakhand, भारत-चीन सीमा पर भारत ने नया गांव बसाया है। 3800 मीटर की ऊंचाई पर यहां गांव 1962 के भारत चीन के युद्ध में बर्बाद हो गया था। अब भारत सरकार नए सिरे से इस गांव को बसा रही है। उत्तराखंड में भारत-चीन सीमा से महज कुछ दूरी पर स्थित इस गांव का नाम है जादुंग Jadhang। इस इलाके की खूबसूरती अनोखी है। उत्तराखंड सरकार ने भी इस गांव का अब पर्यटन के लिए पूरी तरह खोल दिया है। सरकार यहां नए होम स्टे बसा रही है। तो आइए जानते हैं कैसे पहुंचे जादुंग गांव How to reach Jadhang village.

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जादुंग गांव उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में बसा है। यहां पहुंचने को बस,ट्रेन या हवाई जहाज से सबसे पहले ऋषिकेश या देहरादून पहुंचें। यहां से जादुंग गांव करीब 270 किमी दूर है। बस या टैक्सी के जरिए चार से पांच घंटे में उत्तरकाशी आएं। उत्तरकाशी एसडीएम से जादुंग गांव तक जाने का परमिट बनवाएं। इसमें स्थानीय ट्रैक्सी चालक आपकी मदद कर देंगे।अगले दिन उत्तरकाशी से टैक्सी लेकर सीधे जादुंग गांव पहुंच सकते हैं। जादुंग में होम स्टे व कैंपिंग साइट बन रही हैं। जहां आप रोजाना के हजार से 1200 रूपए देकर रूक सकते हैं।

जादुंग गांव के लोग हर साल यहां आकर अपने पर्व मनाते हैं।

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उत्तरकाशी जिले में स्थित नेलांग घाटी को उत्तराखंड का लद्दाख कहा जाता है। यहां का लैंडस्केप लद्दाख की तरह अनोखा है। इलाके में बारिश कम होती है। जिस कारण यहां पूरी तरह ठंडा रेगिस्तान है। बर्फ के ऊंचे पहाड़, नदियां और रेगिस्तान एक साथ नजर आएंगे। इसलिए यह टूरिस्टों के लिए नया अनुभव होगा। फिल्हाल यह पूरा इलाका भारतीय सेना की निगरानी में हैं। पर्यटकों के लिए यहां नेलांग गांव और प्रसिद्ध गर्तांग गली भी है। गर्तांग गली पहाड़ काटकर बनाई गई सीढ़़ीयां हैं, जो सदियों से तिब्बत संग व्यापार के लिए इस्तेमाल होती थी। यहां काफी पर्यटक जाते हैं।Jadhang village Uttarakhand

नेलांग गांव के पास स्थित गर्तांग गली में पहाड़ को काटकर सीढ़ियां बनाई गई हैं, यह भारत तिब्ब्त व्यापार मार्ग था।

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1962 से पहले जादुंग गांव के लोग तिब्बत के साथ व्यापार करते थे। युद्ध के दौरान यहां भी चीनी सेना ने हमला किया था। सुरक्षा दृष्टि से भारतीय सेना ने नेलांग और जादूंग गांव खाली करा दिए। उस समय ग्रामीणों ने अपने रिश्तेदारों के यहां बगोरी और डुंडा में शरण ली। पर अब भारत सरकार इस गांव को दोबारा बसा रही है। उत्तराखंड सरकार भी लोगों को गांव में होम स्टे खोलने पर 100 फीसदी सब्सीडी दी जा रही है। गांव में एस्ट्रोटूरिज्म का केंद्र भी बनाया जाएगा। Jadhang village Uttarakhand

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